स्माल स्केल के बिजनेस के लिए अधिक पैसे और सपोर्ट की आवश्यकता होती है। सरकार भी अधिक लोन बहुत कम दर पर देने का भरपूर प्रयास कर रही है। कई बैंक भी हैं जो सरकार की योजनाओं के साथ तालमेल मिलाकर काम कर रही हैं। जिसमें भारतीय स्टेट बैंक पर प्रमुख रूप से शामिल है।
स्माल स्केल के लिए वर्किंग कैपिटल फाइनेंस- इसके अंतर्गत व्यवसाय को संचालित करने के लिए जिस पैसें की जरूरत पड़ती है वह वर्किंग कैपिटल कहलाती है, जब तक कि हमारा बिजनेस पूरी तरह से स्थापित न हो जाये।
कॉरपोरेट टर्म लोन- यह किसी विशेष बाजार में अपनी पहुँच बढ़ाने या नए उपकरण को उपयोग में लाने के लिए दी दाती है।
टर्म फाइनेंस- यह लोन हमे अचल संपत्ति जैसे कि मशीन, बिल्डिंग खरीदने के लिए दी जाती है जो कि 10 सालो तक कि अवधि के लिए दी जाती है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यह सबसे सामान्य बैंक है जो कई तरह के लोन देता है। लोन लेने के लिए बैंक के द्वारा गांव और अर्द्धशहरी क्षेत्रों की ब्रांचों में यह सुविधा प्रदान की गई है। यहां पर आपको एसबीआई से मिलने वाले लोन के बारे में बता रहे हैं- क्रॉप लोन, हार्टीकल्चर फाइनेंशिंग, फर्म मैकेनाइजेशन स्कीम, लैण्ड डेवलपमेंट स्कीम, माइनर इरीगेशन प्रोजेक्ट, एग्रीकल्चर टर्म लोन।
कृषि के अलावा अन्य व्यवसायों के लिए एसबीआई की कुछ लोन स्कीम इस प्रकार हैं- वर्किंग कैपिटल फाइनेंस, कॉरपोरेट टर्म इंश्योरेंस, डिफर्ड भुगतान गारंटी, प्रोजेक्ट फाइनेंस, स्ट्रक्चर्ड फाइनेंस।
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