क्या करें जब बच्चा कोई चीज निगल ले,

जिन लोगों के घरों में छोटे बच्चे होते हैं उन पर जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती है। आपको बच्चों का हर समय ध्यान रखना पड़ता है तथा हमेशा उनके साथ रहना पड़ता है। आपको उन की गतिविधियों पर भी नजर रखनी पड़ती है कि कहीं वे किसी चीज से स्वयं को चोट या किसी और तरह का नुकसान न पहुंचा लें। छोटे बच्चे अपने अच्छा और बुरा नहीं समझते इसलिए वे कई बार ऐसीं भूल कर बैठते हैं जिससे उन्हें ही नुकसान पहुंचता है। आपने कई बार देखा होगा कि छोटे बच्चे कई बार चीजें निगल लेते हैं। बच्चा यह नहीं जानता कि वह चीज क्या है तथा उसके लिए नुकसान कर सकती है या नहीं बल्कि बह हर चीज को अपने मुंह में डालने की कोशिश करते है तथा ऐसा करने से तब परेशानी हो जाती है जब वह बच्चा कोई ठोस निगल लेता है और वह अंदर जाकर अटक जाती है। अगर ऐसा होता है तो ऐसी स्थिती में न तो बच्चे को कुछ खाने को न दें और ना ही उसे उल्टी करवाएं क्योंकि ऐसी स्थिति में बच्चे की सांसे रुक सकती है। इसलिए ऐसी स्थिती में बच्चे को जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास ले जाएं। जिससे एक्स-रे के द्वारा उस बस्तु की स्थिती का पता चल सके तथा उसका उचित इलाज किया जा सके तथा डॉक्टर की बताई गई सलाह के उनुसार ही उस चीज को बाहर निकालें।
बहुत छोटी चीजें बच्चे के मल से एक दो दिन में बाहर निकल जाती हैं इसलिए हर बार उसके मल की जांच कर लें। बच्चे को आगे की ओर झुकाएं और फिर उसकी पीठ पर 5 बार ठोंके। 5 बार सीने पर दो उंगुलियों से हल्का दबाव डालें। इस प्रक्रिया को 2-3 बार दोहराए। इससे कफ बनेगा और निगली वस्तु बाहर आ जाएगी। मुंह में कुछ फंस जाए तो बच्चे के पेट के ऊपरी भाग को दोनों हाथों से कसकर पकड़ें। उसको झटका देकर ऊपर की ओर उठाए।

तेज खांसी होना गले में कुछ फंसे होने का संकेत देता है। ऐसे में खांसते रहे जब तक कफ न बन जाएं। ऐसे निगली वस्तु बाहर आ जाएगी। बच्चा नीला पड़ जाए और उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है तो सांस नली में कुछ फसा है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

How to avoid problem of dandruff, बालों के डैंड्रफ से छुटकारा पाना है तो अपनाएं ये घरेलू टिप्स

गर्मी, प्रदूषण और केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट्स के कारण हमें बालों से जुड़ी समस्याएं सामना करना पड़ रहा है। बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों के अभाव के कारण बालों का गिरना, डैंड्रफ और सिर में खुजली जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। ऐसे में हम चाहें तो बाजार में उपलब्ध केमिकलयुक्त हेयर प्रोडक्ट्स को छोड़कर प्राकृतिक पोषक तत्वों से युक्त औषधियों से इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। इससे बालों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता और बाल स्वस्थ, घने और आकर्षक भी बनते हैं। नींबू विटामिन सी का प्रचुर स्रोत होता है, इसके अलावा इसमें साइट्रिक एसिड, फ्लेवोनॉयड, विटामिन्स, पोटेशियम, आयरन और कॉपर भी उच्च मात्रा में पाए जाते हैं जो डैंड्रफ की समस्या को कम करने के साथ-साथ बालों को स्वस्थ भी रखने में मदद करते हैं। आज हम आपको नींबू से बनने वाले कुछ हेयर मास्क के बारे में आपको बताते हैं।

नारियल का तेल और नींबू- 2 चम्मच नींबू के रस में 1 चम्मच हल्का गर्म नारियल तेल मिलाएं। इससे अपने स्कैल्प और बालों पर मसाज करें। अब 15 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर फिर माइल्ड शैंपू से धो लें। अच्छे परिणाम के लिए सप्ताह में 3-4 बार इसका उपयोग करें।

लहसून और नींबू - 2 चम्मच लहसून के पाउडर को 1 चम्मच नींबू के रस के साथ मिलाएं और फिर स्कैल्प पर अच्छी तरह मसाज करें। अब 30 मिनट छोड़ दें और हर्बल शैंपू से धो लें।

नीम और नींबू- नीम के पत्तो को अच्छी तरह पीस लें और उसके रस को नींबू के रस के साथ मिलाएं। इस मिश्रण को स्कैल्प पर अच्छी तरह मसाज करें और 30 मिनट तक छोड़ दें। अब शैंपू से धो लें।

मेथी और नींबू- 1 चम्मच मेथी का पाउडर और 1 चम्मच नींबू के रस का पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को स्कैल्प पर लगाकर 20 मिनट तक छोड़ दें और फिर पानी से अच्छी तरह धो लें।

अंडा और नींबू – अंडा और नींबू के रस को बालों और स्कैल्प पर लगाकर 15 से 20 मिनट तक छोड़ दें और पिर माइल्ड शैंपू से धो लें।

One application can done many work, गागर में सागर भरने का काम कर रही है यह एप्पलीकेशन, इससे क्या-क्या कर सकते हैं यह भी जाने

आजकल हर काम घर बैठे ही होने लगा है। अब हर कोई खाना भी फोन से ही मंगवाने लगे हैं। आज हम आप को ऐसी ऐप के बारे में बता रहे हैं जिससे आप अपने जरूरी काम मिनटों में कर सकते हो। इस एप के द्वारा कई प्रकार की सरकारी सेवाओं का फायदा उठा सकते हो। इस ऐप का नाम उमंग हैं। इससे आप अपने पीएफ अकाउंट का बैलेस तक जान सकते हैं, इससे आप पैन कार्ड के लिए भी अप्लाई कर सकतें हैं। इस प्रोसेस के लिए आपको अपने आधार कार्ड का नंबर देना होगा। अगर पहले से ही पैन कार्ड के लिए अप्लाई कर चुके हो तो इससे उसका स्टेटस भी चैक कर सकते हैं। इस ऐप से अपने पीएफ अकाउण्ट का भी बैलेस जान सकते है और निकाल भी सकते हैं।
यह ऐप आईओएस, एंड्राॅयड, विंडोज फोन पर उपलब्ध हैं। एनड्राॅयड यूजर्स तो प्ले स्टोर से इस ऐप को आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप आप बिजली का बिल भी भर सकते हैं। एचपी, इंडेन और भारत गैस भी इस एप के द्वारा गैस बुक कर सकते हैं। इस एप के द्वारा दो सिलेंडर के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के द्वारा इस पर स्वयं को रजिस्टर कर सकते हैं, जिससे की आप को नौकरी भी मिल सकती हैं। इस ऐप के द्वारा जीवन प्रमाण भी बना सकते हैं। इसके अलावा भी इससे आप कई प्रकार का सेवाओ का लाभ उठा सकते हैं।
उमंग ऐप के द्वारा किन-किन सर्विस का फायदा उठा सकते है- उमंग एप से आप लगभग सभी सरकारी सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं, यह डिजिटल भारत का ही एक हिस्सा हैं। इसके द्वारा आप घर बैठे ही अपने कई तरह के जरूरी काम पूरा कर सकते हैं, जिससे की आपको कार्यालयों के चक्कर नही काटने पड़ेगे। आपका काम भी जल्दी ही हो जायेगा। आप को कोई असुविधा का भी सामना नही करना पड़ेगा। हम आपको बतायेगे की उमंग ऐप से आप कौन-कौन से काम कर सकते हो। इस ऐप को आप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हो।

पीएफ बैलेस- इस ऐप के द्वारा हम अपने पीएफ अकाउंट का बैलेस जान सकते हैं। इसके द्वारा आप पीएफ का पैसा भी निकाल सकते हैं। इसके द्वारा क्लेम को भी ट्रैक किया जा सकता है। आपनी पेंशन निकालने का काम भी इसी ऐप के द्वारा किया जा सकता है। इससे आप आधार को भी अपडेट कर सकते हैं।

पैन कार्ड के लिए अप्लाई करें- इस ऐप के द्वारा आप पैन कार्ड के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए आप को अपने आधार कार्ड नंबर देना होगा। अगर आप पहले से ही पैन कार्ड के लिए अप्लाई कर चुके हो तो, पैनकार्ड का स्टेटस भी चैक कर सकते है।

Government give 60 lack rupees for business सरकार दे रही बिजनेस के लिए 60 लाख रुपये की सब्सिडी, जानें किस पर कितनी सब्सिडी मिल रही है

बेरोजगारी की समस्‍या से निपटने के लिए सरकार लोगों को खुद का रोजगार के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए सरकार कई प्रकार की योजनाएं चलाकर बिजनेस को सपोर्ट कर रही है। सरकार अलग-अलग विभागों के माध्‍यम से व्यापार के लिए कई तरह की सब्सिडी स्‍कीम चला रही है, जिससे व्यापार करने वालों को पैसों की मदद हो जाती है। अगर आप भी कोई बिजनेस करना चाहते हैं तो हम सरकार की 5 ऐसी बड़ी स्‍कीम की जानकारी देंगे, जिनके के माध्‍यम से आप 10 से लेकर 75 प्रतिसत तक सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
लोन के साथ लें सब्सिडी- अगर आप कोई सर्विस सेक्‍टर का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो सरकार आपको 10 लाख रुपए का लोन देती है और यदि आप कोई मैन्‍युफैक्‍चरिंग सेक्‍टर का बिजनेस करना चाहते हैं तो 25 लाख रुपए तक का लोन प्रदान करती है। प्रधानमंत्री इम्‍प्‍लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के द्वारा सरकार आपको 15 से 35 प्रतिसत की सब्सिडी देती है। आप शहरी क्षेत्र में बिजनेस करते हैं तो आपको 15 प्रतिसत और ग्रामीण क्षेत्र में बिजनेस करते हैं तो 25 प्रतिसत और स्‍पेशल कैटेगिरी (एससी-एसटी-ओबीसी, अल्‍पसंख्‍यक, महिला, एक्‍ससर्विसमेन, हैंडीकेप्‍ड, नार्थ ईस्‍ट रीजन, हिल और बॉर्डर एरिया में रहते हैं) को 35 प्रतिसत तक सब्सिडी प्रदान की जाती है।

40 से 60 लाख तक ले सकते हैं- सब्सिडी अगर आप ऑर्गनिक का फार्मिंग बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आपको 60 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिल सकती है। यह सब्सिडी नाबार्ड के द्वारा मिलती है। अगर आप बायोफर्टिलाइजर या बायोपेस्टिसाइड की यूनिट लगाना चाहते हैं तो आपको कुल प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट पर 25 प्रतिसत जो अधिकतम 40 लाख रुपए हो सकती है की सब्सिडी प्रदान की जाती है। फ्रूट एंड बेजिटेबल वेस्‍ट कम्‍पोस्‍ट यूनिट लगाने पर लागत का 33 प्रतिसत (अधिकतम 60 लाख रुपए) सब्सिडी प्रदान की जाती है। एसबीआई बैंक भी आपको लोन देती है। बायो फर्टिलाइजर यूनिट के लिए आपको 25 से 33 प्रतिसत अपना पैसा लगाना होगा, और 25 प्रतिसत सब्सिडी मिल जाएगी और 42 से 50 प्रतिसत एसबीआई आपको लोन के रूप में दे देगा। अगर आप फ्रूट एंड बेजिटेबल वेस्‍ट कम्‍पोस्‍ट यूनिट लगवाते हैं तो हमे 34 से 42 प्रतिसत तक एसबीआई लोन प्रदान करता है। एसबीआई की यह योजना में इस लिंक (www.sbi.co.in/portal/web/agriculture-banking/capital-investment-subsidy-स्कीम) पर जानकारी उपलब्ध है।
डेयरी फार्मिंग के लिए 25 फीसदी सब्सिडी- अगर आप दो से लेकर 10 पशुओं की डेयरी खोलकर छोटा व्यापार शुरू कर रहे हैं तो नाबार्ड की ओर से आपको 25 प्रतिसत तक सब्सिडी प्रदान की जाती है। नाबार्ड की इस स्कीम के अनुसार यदि 10 पशुओं, जिसमें क्रॉसब्रिड गाय या साहीवाल, रेड सिंधी, गीर, राठी आदि ग्रेड का बैल शामिल है इनके साथ डेयरी खोलना चाहते हैं तो आपका इन्‍वेस्‍टमेंट 5 लाख का होगा, जिस पर आपको 1.25 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिल जाती है। एससी-एसटी के किसान को 33 (1.67 लाख रुपए) की सब्सिडी मिम जाती है। यदि आप केवल 2 पशुओं के साथ डेयरी फार्मिंग शुरू करते हैं तो आपको 25 हजार रुपए की सब्सिडी मिल जाती है।
इस बिजनेस पर मिलेगी 50 फीसदी तक सब्सिडी- अगर आप हॉर्टिकल्‍चर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सरकार की ओर से आपको 50 प्रतिसत तक की सब्सिडी मिलती है। नेशनल हॉर्टिकल्‍चर बोर्ड द्वारा कॉमर्शियल हॉर्टिकल्‍चर स्‍कीम के द्वारा अगर आप पोस्‍ट हारवेस्‍ट मैनेजमेंट कम्‍पोनेंट एवं प्राइमरी प्रोसेसिंग यूनिट शुरू कर रहे हैं तो आपको प्रोजेक्‍ट कॉस्‍ट का 40 प्रतिसत मतलब की अधिकतम 30 लाख रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाती है। अगर यह प्रोजेक्‍ट नॉर्थ ईस्‍ट क्षेत्र में लगाया जाता है तो 50 प्रतिसत मतलब 37.50 लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है।

कोल्‍ड चेन खोलने पर मिलती है सब्सिडी- मिनिस्‍ट्री ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्‍ट्री की ओर से कोल्‍ड चेन के लिए भी सब्सिडी की योजना चलाई जाती है। कोल्‍ड चेन यूनिट में मिल्‍क प्रोडक्‍ट्स, वेजिटेबल और फ्रूट को खराब होने से बचाने के लिए सुरक्षित रखते हैं। यह प्रोजेक्‍ट महंगा होता है, लेकिन कोल्‍ड चेन सब्सिडी स्‍कीम के द्वारा इस प्रोजेक्‍ट को केवल लोन प्रदान किया जाता है और साथ ही सामान्‍य इलाकों में प्‍लांट एंड मशीनरी की कुल लागत का 50 प्रतिसत और नॉर्थ ईस्‍ट व मुश्किल भरे क्षेत्र में 75 प्रतिसत तक सब्सिडी प्रदान की जाती है।