इंग्लैंड ने फिर बाजी मार ली अब 2022 में होगा वहाँ पर इसका आयोजन next tournament are held on britain 2022

राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने अपने अगले आयोजन की जगह घोषित कर दी है। 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन बरमिंघम में होगा। बरमिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन 27 जुलाई 2022 से 7 अगस्त 2022 तक होगा। पिछली बार 2002 में मैनचेस्टर में इन खेलों का आयोजन किया गया था। वैसे इंग्लैंड में कई टूर्नामेंट का आयोजन हो चुका है, मैनचेस्टर में 2002 में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे। लंदन में 2012 में ओलंपिक हुए तो इस तरह से इंग्लैंड बड़े टूर्नामेंट का एक बड़ा दावेदार रहा है। लेकिन आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया मलेशिया और कनाडा में भी इसके लिए दावेदारी पेश की थी। वैसे आपको यह तो पता ही होगा कि साल 2018 आने वाले वर्ष में 4 से 15 अप्रैल तक कॉमनवेल्थ गेम ऑस्ट्रेलिया की गोल्ड कोस्ट में होने वाले हैं।

यदि आप आधार का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाइए use adhar with precaution

आप सोच रहे होंगे कि आधार पर आप की जानकारी लीक नहीं होगी क्योंकि आपका मोबाइल आपके पास है, और आपके फिंगरप्रिंट आप अपनी सूझबूझ से ही लगाएंगे। आज विभिन्न सेवाओं का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड को पैन कार्ड, बैंक अकाउंट से जोड़ना अनिवार्य हो गया है पर क्या आप जानते हैं फिंगरप्रिंट के अलावा बायोमेट्रिक ऑथेंटिफिकेशन लिए आपकी आंखों का कॉर्निया को भी काम में लाया जा सकता हैं।घबराएं नहीं सरकार आपकी चिंता करती है क्योंकि कोनिया को आपकी जानकारी के बिना भी स्कैन किया जा सकता है जैसे बस स्टॉप या किसी भी सॉप पर।इसके लिए सरकार ने maadhar नाम की ऐप लॉन्च की है। आप सही सही ऐप डाउनलोड करें क्योंकि इस नाम की बहुत सारी एप्प उपलब्ध है इसके लिए हम इसकी लिंक अपने कमेंट बॉक्स में शेयर कर देगें। यदि आप चाहें तो इसे आधार की वेबसाइट से विजिट कर सकते हैं आप सोच रहे होंगे कि यह बातें मैं आपको क्यों बता रहा हूं इसका लाभ यह है कि आप अपनी बायोमेट्रिक जानकारी जैसे फिंगरप्रिंट रेटिना की जानकारी को एक निश्चित अवधि के लिए लॉक एवं अनलॉक कर सकते हैं यह सेवा बिल्कुल फ्री है।

गूगल से आप भी पैसे कमा सकते है, आज ही करें ये काम

गूगल के कई प्रोडक्ट है, गूगल समय समय पर लोगो से इस बारे में अनुभव लेता है कि उसका प्रोडक्ट आपको कैसा लगा तथा इस काम के वह आपको पैसे भी देता है। वह सर्वे करता है और लोगो की ओपीनीयन लेता है। इसके लिए जरूरी है कि आपकी जीमेल एकाउंट होना चाहिए और आपकी आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए। अगर आपकी आयू इससे कम है तो आप घर वालो के नाम से भी एकाउंट बना सकते हैं। यूजररीसर्च.गूगल के नाम से वेबसाइट दी हुई है जिस पर आप लॉगिन करके पैसे कमाएगें। इस वेबसाइट पर आप मोबाइल से भी काम कर सकते हो अगर आप के पास कंप्यूटर नही है तो। इस वेबसाइट को खोलेगें तो आपको इस पर साइनउप का ऑप्शन आएगा तो आप साइन कर दे।सर्वे में आपको बहुत सारे विकल्प दिए जाएंगे जैसे कि आपका देश कौन सा है, आपकी भाषा तथा आपने गूगल प्रोडक्ट कितने उपयोग किये है, और आपको वह कैसे लगे हैं जिस काम मे आपको समय लगेगा क्योंकि अगर सरल काम करेगे तो आपको पैसा कम मिलेगा। इन सबको पूरा करने के बाद आपको उसमे थैंक्स फ़ॉर रेजिस्ट्रेशन आयेगा जिसके बाद आपका काम खत्म हो जाएगा। फिर इसके बाद आपके ईमेल पर सर्वे आने लगेंगे और आपको पैसे भी मिलने लगेगें क्योंकि गूगल बहुत बड़ी कंपनी हैं तो हमे एक बार इसे करके देख सकते है।

इंडियन की उड़ने में रुचि बढ़ने लगी है indian likely to flight

बात की जाए तो पिछले कुछ समय से लोगो की उड़कर ट्रेवल करने में ज्यादा मज़ा आने लगा है इसी कारण इस साल इसके प्रतिसत में बहुत ज्यादा इज़ाफ़ा हुआ है तथा लोगो के इसी उत्साह को देखते हुए सरकार ने 100 नए एयरपोर्ट बनवाने को मंजूरी दी है । अब आप देखिए की इस लिस्ट में आपके शहर का नाम है या नही। विमान में कई बार लोगो को हादसों का शिकार करना पड़ता है तथा कई लोगो का मानना हैं कि लोगो को व्यापारिक उड़ान के मुकाबले ज्यादा खतरा अनुभव होता है। प्राइवेट और कमर्शियल प्लेन में उड़ान का समय और अबधि पर संस्था की नजर रहती है ताकि कोई अनहोनी को टाला जा सके। व्यापारिक विमान की तुलना में प्राइवेट विमान में व्यापारिक विमान में सुरक्षा के ज्यादा उपाय किये जाते हैं जैसे कि को-पायलट, बैकअप सिस्टम एक्स्ट्रा इंजन।प्राइवेट पायलट को अपनी फिटनेस तथा अनुभव की जांच प्रायः दो साल में करवानी पड़ती है ।

भारत में शिक्षा के प्रति रुझान

भारत में शिक्षा के प्रति रुझान प्राचीन काल से ही देखने को मिलता है। प्राचीन काल में गुरुकुलों, आश्रमों तथा बौद्ध मठों में शिक्षा ग्रहण करने की व्यवस्था होती थी। शिक्षा में आगे निकलने के होड़ बड़ो में बहुत ज्यादा लगी हुई है। बच्चों पर इस को लेकर दबाब बनाये जाने की घटना आम हैं। इन बातों का असर बच्चो पर बहुत दिख रहा है वह सीखने की बजाय रटने पर ध्यान दे रहे हैं।कभी कभी 100 में से 90 लेने वाले विद्यार्थी को भी उतना ज्ञान नही होता है जितना उसे होना चाहिये।

कुछ लोगो का कहना है कि आपको बस ज्ञान होना चाहिए सिर्फ परीक्षा में अंक लाना ही पर्याप्त नही है, यह बात सही है पर पूरी तरह नही क्योंकि बहुत से लाभ और छात्रवृत्ति बस अच्छे नम्बरों को देखकर ही दिए जाते है तो फिर नम्बरों के पीछे भागना स्वाभाविक है पर इस दौड़ में हमे अपने आधारभूत मूल्यों को नही भूलना हैं और हमे वास्तविक नॉलेज होना भी जरूरी है और छात्र अपने व्यक्तित्व को निखारने पर भी ध्यान दे पाए. क्षेत्रीय भाषा ज्यादातर प्राथमिक विद्यालयों के लिए शिक्षा का माध्यम है और दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी आमतौर पर ग्रेड 3 से शुरू होती है। भारत में शिक्षा प्रणाली के बारे में सबसे अच्छी बात ये है कि यह एक बच्चे की शिक्षा की नींव को बहुत महत्व रखकर बहुत सुन्दरता से तैयार करता है।