Rajasthan nirman shramik sulabh yona and get 5 lakh ruppes for housing, अब आवास योजना के लिए मिलेंगे 5 लाख रुपये, निर्माण श्रमिक सुलभ आवास योजना में करें आवेदन

यह योजना राजस्थान के नागरिकों के लिए है। आज भी हमारे देश में ऐसे बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनके पास स्वयं का घर होने का सपना अभी सपना ही बना हुआ है। कई परिवारों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह अपना स्वयं का मकान बना सके। कुछ परिवार झोपड़पट्टियों में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं और जिनमे से बहुत से परिवार फुटपाथ पर जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं। सरकार ऐसे परिवारों के लिए कई प्रकार की योजनाओं के द्वारा मदद करती रहती है। ऐसे ही गरीब परिवारों के अपने खुद के घर का सपना सच करने के लिए राजस्थान सरकार राजस्थान निर्मल श्रमिक सुलभ आवास योजना का संचालन कर रही है। इस योजना के द्वारा ऐसे गरीब झोपड़पट्टियों और फुटपाथों पर निवास करने वाले श्रमिक परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाती है। और इसका उपयोग करके ऐसे नागरिक अपना स्वयं का घर बना सकते हैं और वह अपने घर के सपने को साकार कर सकते हैं। इस योजना का लाभ ऐसे नागरिकों को दिया जाएगा, जिनके पास रहने के लिए स्वयं का घर नहीं है या वे झोपड़पट्टियों में रहते हैं। ऐसे नागरिकों को संनिर्माण श्रमिक कल्याण मंडल द्वारा सुलभ आवास योजना के अंतर्गत ₹150000 तक की सहायता की जाती है। जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में कोई राशि नहीं मिली है और मंडल के सुलभ आवास योजना के लिए पात्र हैं उनके लिए 1.5 लाख तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना के अनुसार ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक भी शामिल किए जाएंगे जो हाउसिंग बोर्ड से आवंटित भूखंड पर लोन लेकर मकान बना रहे हैं या बोर्ड द्वारा बना कर दिए गए मकानों का भुगतान कर रहे हैं।

इस योजना के लाभ- इस योजना के अनुसार खुद की भूमि पर मकान बनाने के लिए निर्माण करने के लिए अधिकतम ₹500000 तक की राशि दी जाती है। हाउसिंग फॉर आल अर्बन मिशन या सरकार की अफोर्डेबल हाउसिंग योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आवास योजना यह केंद्र राज्य सरकार की अन्य किसी आवास योजना के पात्र लाभार्थियों को मंडल द्वारा अधिकतम ₹150000 तक की राशि दी जाती है।

पात्रता के लिए मापदंड- इस योजना का लाभ BPL परिवारों को दिया जाएगा।

अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा।

इस योजना के द्वारा विशेष योग्यजन को भी लाभ प्रदान किया जाएगा।

इस योजना के द्वारा केवल दो पुत्रियों वाले परिवारों को लाभ दिया जाएगा।

इस योजना का लाभ पालनहार योजना में आने वाली महिला परिवार भी ले सकते हैं।

एक से अधिक वर्षों जैसे 2, 3 , 4 वर्षों से मंडल पंजीकृत लाभार्थियों को प्राथमिकता दी जाती है।

योजना के लिए आवेदन करने वाले नागरिक को मंडल में कम से कम 1 वर्ष से हिताधिकारी के रूप में पंजीकृत श्रमिक होना चाहिए।

यदि आवेदनकर्ता अपने स्वयं की भूमि पर आवास बनाता है, तो वह भूमि उसके नाम पर या उसके पति पत्नी के नाम पर होना जरूरी है।

वित्तीय संस्थाओं, बैंकों से ऋण लेने, स्वयं की बचत व या अन्य स्रोत से ऋण लेकर आवास का निर्माण स्थित करने और अनुमानित निर्माण लागत का प्रामाणिक पंचायत / नगर पालिका के कनिष्ठ अभियंता से प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा।

यदि भूखंड के लाभार्थी अथवा उसके पति पत्नी या पुत्र पुत्री के नाम पर मालिकाना हक में पहले से ही किसी एक को आवास का लाभ दिया जा चुका है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

इसके लिए आवश्यक प्रमाण पत्र- BPL कार्ड, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए जात प्रमाणपत्र, विशेष योग्यजन में प्रमाण पत्र अथवा स्व प्रमाणित प्रति, पालनहार योजना के अंतर्गत आने वाले महिला / परिवार प्रमाण पत्र, केवल दो पुत्रियां हो तो इस आशय के प्रमाण पत्र, वार्षिक आय का प्रमाण पत्र, भूखंड पर स्वयं अथवा पति-पत्नी का मालिकाना हक होने पर आवश्यक दस्तावेज,

प्लाट भूकंप भूखंड किसी भी प्रकार के विवाद से मुक्त होना चाहिए, इसके लिए राजस्व अधिकारी से प्राप्त किया हुआ संबंधित प्रमाण पत्र, किसी वित्तीय संस्था/ बैंक से आवास ऋण लेकर आवास का निर्माण करने की स्थिति में वित्तीय बैंक अथवा संस्था से जारी है के द्वारा स्वीकृत प्रमाण पत्र, हिताधिकारी पंजीयन, परिचय का कार्ड, भामाशाह परिवार का कार्ड

आधार कार्ड, बैंक पासबुक की प्रति।

इस योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको राजस्थान निर्माण श्रमिकों आवास योजना का फार्म की जरूरत होगी। आप चाहें तो विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट से फार्म डाउनलोड कर सकते हैं। आप इस वेबसाइट bocw.labour.rajasthan.gov.in/ पर भी जा सकते हैं।

वेबसाइट पर पहुंचने के पश्चात आपको नीचे फार्म डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा।

डाउनलोड किए हुए फार्म में सभी जानकारी को सही भरना होगा। इसके साथ सभी आवश्यक प्रमाण पत्रों की कॉपी भी साथ मे लगानी होगी। इसके बाद आपको संबंधित विभाग में जमा करना होगा। जिसके पश्चात आपके आवेदन फार्म की जांच की जाएगी और योग्य होने पर आपको इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।

How to get 30 thousand rupees , apply uttar pradesh kanya vidhya dhan scheam, अब लड़कियों को मिलेंगे 30 हजार रुपये, प्रदेश की कन्या विद्या धन योजना में आवेदन करें

यह योजना उत्तरप्रदेश के नागरिकों के लिए है। बहुत से गरीब पैसों की कमी के कारण अपनी लड़कियों को नहीं पढ़ा पाते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार भी बहुत सारी सरकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। इस बार उत्तर प्रदेश की सरकार ने कन्या विद्या धन योजना की शुरुआत की है। यह एक बहुत अच्छी शुरुआत है। उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है जो भी लड़कियां 12वीं पास करेंगी और मेरिट में आएंगी, उन्हें 30000 की राशि दी जाएगी जिससे कि वह अपने आगे की शिक्षा को जारी रख सके और अपने उद्देश्य को पूरा कर सके। यह योजना लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए शुरू कर दी गई है। इस योजना के द्वारा गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपनी लड़की को मिलने वाली 30000 रुपये की राशि के सहयोग से पढ़ा सकेंगे। यह एक बहुत ही अच्छी योजना है जो लड़कियों को आगे लेकर आने में सहायक होगी।

कन्या विद्या धन योजना क्या है- उत्तर प्रदेश कन्या विद्या धन योजना लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए है। कन्या विद्याधन योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली लड़कियों को मिलेगा। कन्या विद्याधन योजना का लाभ 12वी उत्तीर्ण करने वाली लड़कियों को मिलेगा जो मैरिट में आएंगी।

इससे होने वाले लाभ- सरकार लोगों को कन्या विद्याधन योजना की राशि लाभ देगी जिससे कि वह लड़कियों को आगे पढ़ा सकते हैं।

कन्या विद्या धन योजना से शिक्षा का स्तर ऊपर उठेगा।

उत्तर प्रदेश कन्या विद्या धन योजना से गरीब लोग लड़कियों को पढ़ा सकेंगे।

इसके लिए पात्रता- उत्तर प्रदेश बोर्ड स्कूल का सर्टिफिकेट होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश का बोनफाइड होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश कन्यादान योजना के लिए दसवीं की परीक्षा में मेरिट में आना भी जरूरी है।

उत्तरप्रदेश कन्या धन योजना के लिए लड़की ही पात्र होगी, यह लड़को के लिये नही है।

आवश्यक प्रमाण पत्र- दसवीं कक्षा का सर्टिफिकेट, दसवीं कक्षा का मेरिट सर्टिफिकेट, परिवार का इनकम सर्टिफिकेट, उत्तर प्रदेश का बोनफाइड।

इसका लाभ लेने के लिए सबसे पहले आपको ऑनलाइन फॉर्म को डाउनलोड भरना होगा। इसके फार्म का आप प्रिंट आउट भी निकाल सकते हैं। इस फॉर्म को अच्छे से भरना चाहिए।

आप इसके लिए जिस जगह से 12वीं की है, वहाँ से भी आवेदन कर सकते हैं।

आप इसमे ऑनलाइन आवेदन करने के लिए इस वेबसाइट www(dot)madhyamikshiksha(dot)up (dot)nic(dot)in पर भी जा सकते हैं (इसमे डॉट की जगह . का प्रयोग करें)।

आप चाहे तो अपने जिले के हिसाब से भी हमारे फ़ोटो में दी गई वेबसाइट की लिंक से भी आवेदन कर सकते हैं।

Secrets about desert and scientist not know these things, रेगिस्तान में पाये जाने वाले रहस्य जिनके बारे में वैज्ञानिक भी अनजान हैं

संसार में ऐसी कई आश्चर्यजनक चीजें है जिसके बारे में जानने-सुनने पर एकदम से भरोसा करना मुश्किल होता है। ऐसे ही रहस्य दुनिया के रेगिस्तानों में भी उपस्थित है। ये रहस्य ऐसे हैं कि वैज्ञानिक तक इसके बारे में कुछ समझ नहीं पाए। हम यहां ऐसे ही रेगिस्तानों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप भी इन वैज्ञानिकों की तरह चक्कर में पड़ जाएंगे।

दक्षिण पेरू में नाजका रेगिस्तान- दक्षिण पेरू स्थित नाजका रेगिस्तान की जमीन पर कुछ ऐसे चित्र बने हुए है, लोगों का मानना है कि यह 200 ईसा पूर्व से अभी तक ऐसे ही बने हुए है।

कोई इन चित्रों को देखता है तो उसे यह किसी पक्षी, पौधें या जानवरों के लगते हैं लेकिन इस बारे में यह अभी पता नहीं चला कि यह सच मे क्या चीज है। यह बातें भी उड़ती है कि दूसरे ग्रह से आए यूएफओ उतरे थे, जिससे यहाँ की जमीन पर इस तरह के चित्र बने।

कैलिफोर्निया में डेथ वैली- कैलिफोर्निया के पास डेथ वैली रेगिस्तान पत्थरों के लिए जाना जाता है जो कि आश्चर्यजनक हैं। इन पत्थरों के बारे में महत्वपूर्ण बात यह है कि ये पत्थर खुद अपनी जगह से घिसटते हुए आगे बढ़ते रहते है। कहा जाता है कि यह पत्थर जानवरों के द्वारा अपनी जगह से आगे घिसटते है लेकिन इन बातों की पुष्टि नही हो पाई है। यह भी कहा जाता है कि अगर यह काम किसी जानवर का होता है तो जानवर के पैरों के निशान भी वहां होने चाहिए लेकिन वहां ऐसे कोई निशान नहीं पाए गए हैं और यह भी रहस्य ही बना हुआ है।

मोरक्को के रेगिस्तान का- मोरक्को के रेगिस्तान में ऐसी कई जगह हैं, जहां पर अधिकतर समय संगीत सुनाई देता है। यहां ड्रम, गिटार, वायलिन या अन्य वाद्ययंत्रों से निकलने वाली धुनें सुनाई देती हैं, परंतु ये ऐसे रेगिस्तानी इलाके हैं, जहां रहना ही बहुत मुश्किल है तो यहां संगीत सुनाई देना किसी आश्चर्य से कम नहीं। यहां से जाने वाले लोगों का मानना है कि शायद यहां भूत-प्रेत रहते हैं, जो पथिकों को डराते हैं। ऐसा न जाने कितने दशकों से चला आ रहा है। मगर कभी भी कोई इसका सही कारण नहीं ढूंढ पाया। इससे पहले 13वीं शताब्दी में जब यात्री मार्को पोलो पहली बार चीन पहुंचे थे तो वहां के रेगिस्तानी इलाकों में ऐसे ही संगीत की धुनें उन्हें भी सुनाई दी थीं। तब उन्होंने संदेह व्यक्त किया था कि ये शायद आत्माएं हैं, जो रेगिस्तान में भटकती हैं। मगर ऐसा कैसे हो सकता है कि दो बिल्कुल अलग-अलग जगहों पर एक सी ही घटनाएं हों और वह भी इतने समय के अंतराल में।

How to get rid of money problem, पैसों की परेशानी हो तो अपनाएं यह तरीके, पैसों की परेशानी होगी दूर

अगर अभी भी आपको एटीएम में अपनी पैसों की जरुरतों को पूरा करने के लिए कैश संकट का सामाना करना पड़ रहा है तो फिर आपको ज्यादा परेशान होने की जरुरत नहीं है। आपके पास स्मार्टफोन तो होता ही है और इंटरनेट करने का प्रयोग जानते हैं, तो फिर डिजिटल तरीके से अपनी समस्या को कुछ सीमा तक कम कर सकते हैं। नोटबंदी ने जो पहला पाठ पढ़ाया है वो ये है कि आप कैश को घर में दबा कर न रखें। अधिकतर भारतीयों में सेविंग की आदत होती है और इससे एक साल पहले लोगों के घरों में कैश काफी अच्छी संख्या में पड़ा रहता था। अब लोग कैश को घर पर रखने के अलावा इन्वेस्ट करने लगे हैं। पैसा घर के अलावा बैंक अकाउंट या फिर सरकार की किसी भी योजना में निवेश कर सकते हैं।

अब छोटे-छोटे कारोबारियों को भी नेट बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड की आदत लग गई है। नोट बंदी के बाद लोग प्लास्टिक रूपी मनी का भी उपयोग करने लगे हैं, इससे कैश के ऊपर हमारी निर्भरता कम हो जाती है। बैंको में भी पॉइंट ऑफ सेल मशीन की संख्या में बढ़ौतरी हुई है। अब सभी व्यक्ति को एटीएम पर टोटल 8 ट्रांसजेक्शन की छूट मिली हुई है, जिसमे से 5 खुद के बैंक के और 3 अन्य बैंक के एटीएम शामिल है। डेबिट कार्ड को स्वाइप कराने पर कोई चार्ज नही देना होता है और इसकी सीमा भी नही होती है। हम लेनदेन करने के लिये इंटरनेट बैंकिंग के अलावा NEFT/RTGS और IMPS का उपयोग कर सकते हैं। NEFT में पैसों की कोई लिमिट नही है और RTGS में 2 लाख से ऊपर का ही लेनदेन कर सकते हैं।IMPS का उपयोग करके हम छुट्टी वाले दिन भी पेमेंट ले सकते हैं। आप मोबाइल के द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट करना, फण्ड ट्रांसफर करना, खाते की शेष राशि ज्ञात करना और चेक बुक मांगना आदि काम कर सकते हैं। जिस प्रकार प्लास्टिक के कार्ड ने कैश की जगह को संभाल लिया है उसी तरह अब मोबाइल फ़ोन भी डेबिट कार्ड की जगह ले रहा है। अब कई तरह की सुविधाएं सीधे मोबाइल पर ही उपलब्ध हैं इससे हमें बैंक के चक्कर भी नही लगाने पड़ते हैं। मोबाइल वॉलेट बैंको के साथ साथ कई प्राइवेट कंपनियों ने भी लांच कर दिए हैं। सरकार ने भी भीम एप्प लांच की है जिसपर भी फ्री लेनदेन कर सकते हैं।

How to prevent eye dryness , आंखों की जलन और आई ड्राईनेस की परेशानी से बचने के उपाय जानें

आजकल सभी युवा नये युवकों का चश्में लगना एक आम बात हो गई है। लगातार स्मार्टफोन और टेलिवीज़न का उपयोग ने सभी की आंखों को प्रभावित कर दिया है, जिसकी वजह से ड्राइ आई सिंड्रम जैसी पपरेशानी होने लगी हैं। ड्राइ आई सिंड्रम में आखों में सूखापन आ जाता है और आंखों में जलन होना शुरू हो जाती है। आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हे अपनाकर आप ड्राइ आई सिंड्रम से बचे रह सकते हैं।
नारियल के तेल में ऐंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की जलन को कम करने में मदद करते हैं। कॉटन बोल को नारियल के तेल में डुबोकर आँखों पर 15 मिनट तक रखें और इसे दिनभर में कई बार दोहराने से लाभ मिलता है।

एलोबेरा के पत्ते को धोकर उसमे से जेल निकाल ले। टिश्यू पेपर पर थोड़ा सा जेल निकालकर इसे आईलिडस पर लगाये 10 मिनट बाद इसे गुनगुने पानी से धोएं। दिन में 2 बार ऐसा करे।

गुलाब जल में विटामिन ए अधिक मात्रा में होता है और यह आंखों के लिए फायदेमंद होता है। कॉटन पैड को इसमे डुबोकर आँखों पर लगाएं, कुछ देर बाद इसे ठण्डे पानी से धो ले।

How to get 1 crore loan by stand up India scheam मिल रहा है 1 करोड़ तक का लोन, स्टैंडअप इंडिया योजना में आवेदन करें

भारत के प्रधानमंत्री जी ने 6 अप्रैल 2016 को स्टैंड अप इंडिया योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के अनुसूचित जाति,अनुसूचित जाति एवं महिला वर्ग के नागरिकों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपए से लेकर ₹1 करोड़ तक का ऋण प्राप्त करने में सहायता की जाती है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाला लोन का भुगतान 7 वर्षों के अंदर करना होता है। इसमें टर्म लोन अथवा वर्किंग के लिए लोन दिया जाता है। इसमे अपने प्रोजेक्ट व्यवसाय में की कुल लागत का 75% तक का ही लोन ले सकते हैं।

इसके मुख्य उद्देश्य- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला उद्यमी को इस योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जाता है। इस योजना के फलस्वरुप समाज के निम्न वर्ग के लोग भी अपना कारोबार आसानी से बढ़ा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को उद्दम शुरू करने पर पहले 3 साल तक आयकर में छूट प्रदान की जाती है। अपने व्यवसाय के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए किसी विशेष प्रक्रिया की जरूरत नहीं पड़ती है।

इस योजना के लिए पात्रता- इस योजना में आवेदन की उम्र 18 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए। आवेदनकर्ता अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अथवा महिला वर्ग की होनी चाहिए।

इस योजना के अंतर्गत आवेदनकर्ता केवल नए प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए ही लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त करने के लिए आपका बिजनेस, विनिर्माण/ मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस अथवा व्यापार के क्षेत्र का होना चाहिए। यदि आवेदनकर्ता किसी कंपनी का भागीदार है तो आवेदनकर्ता का कंपनी में कम से कम 51% का हिस्सेदार और SC , ST या फिर महिला होना आवश्यक है।

इसके साथ ही इस योजना का लाभ प्राप्त करने की वाले आवेदनकर्ता को किसी बैंक अथवा वित्तीय संस्थान के साथ लोन पर डिफ़ॉल्ट ना किया गया हो।

आवेदन करने के लिए आवेदन कर्ता के पास यह दस्तावेज होने आवश्यक है- आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ, व्यवसाय के पते का प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, यदि आवेदनकर्ता अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति से है उसका जाती प्रमाणपत्र, पासपोर्ट साइज की फोटो, बैंक अकाउंट विवरण, आयकर रिटर्न, रेंट एग्रीमेंट, परियोजना रिपोर्ट।

यदि आपकी आवश्यकता 1000000 रुपए से कम की है तो आप इस योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त नहीं कर सकते हैं, इसके लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली अन्य योजनाओं में आवेदन करना होगा। सरकार द्वारा साफ तौर पर बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि आवेदनकर्ताओं को श्रेणी के अनुसार कम से कम ब्याज दर पर लोन प्रदान किया जाएगा।

लोन भुगतान करने की समय सीमा 7 वर्ष तक की होती है।

स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त करने में आमतौर पर 3 से 6 सप्ताह तक का समय लग सकता है। आप अपनी प्रोजेक्ट फाइल और सारे डाक्यूमेंट्स पहले से ही कंप्लीट रखते हैं, तो आपको इससे कम समय में भी लोन मिल सकता है।

स्टैंड अप इंडिया लोन योजना और मुद्रा लोन योजना में क्या अंतर है- सरकार के द्वारा देश के उद्दम कर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है उनमें स्टैंड अप इंडिया लोन योजना और मुद्रा लोन योजना प्रमुख हैं। इन दोनों लोन योजना में निम्नलिखित अंतर है- मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत आप केवल 1000000 रुपए तक का ही लोन प्राप्त कर सकते हैं जबकि स्टैंड अप लोन योजना के अंतर्गत आप 1000000 रुपए से लेकर 10000000 रुपए तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं।

मुद्रा लोन योजना लोन प्राप्त करने के लिए आपको स्टैंड अप इंडिया लोन योजना की अपेक्षा कम डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है।

मुद्रा लोन आपको स्टैंड अप इंडिया लोन योजना की अपेक्षा आसानी से मिल सकता है जबकि मुद्रा लोन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको किसी खास दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

स्टैंड अप इंडिया लोन योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति एवं महिला वर्ग के लिए प्रदान किया जाता है जबकि मुद्रा लोन योजना का लाभ कोई भी नागरिक प्राप्त कर सकता है।

स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें- स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए

स्टैंड अप इंडिया की ऑफिशियल वेबसाइट www(dot)standupmitra (dot)in (इसमे डॉट की जगह . का प्रयोग करें) पर जाना होगा। वेबसाइट पर पहुंचने के बाद आपको सबसे पहले इन स्टैंड अप इंडिया की वेबसाइट पर अपने आप को रजिस्टर करना होगा।

रजिस्टर करने के लिए आपको न्यू यूजर की बटन पर क्लिक करना होगा।

जैसे ही आप न्यू यूजर की बटन पर क्लिक करेंगे, आपके सामने एक फॉर्म ओपन होगा, जिसमें पूछी गई सभी जानकारी आपको सही-सही भरना होगा और उसके बाद रजिस्टर बटन पर क्लिक करना होगा।

जैसा ही आप रजिस्टर बटन पर क्लिक करेंगे, आपका रजिस्ट्रेशन कंप्लीट हो जाएगा।

जिसके पश्चात आप वापस अपने यूजर नेम और पासवर्ड का उपयोग करके अपने अकाउंट में लॉगिन कर सकते हैं और उसके बाद आप स्टैंड अप इंडिया लोन योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।

ऑफलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी किसी बैंक में संबंधित आवश्यक दस्तावेज लेकर जाना होगा और फिर आपको बैंक से जानकारी प्राप्त करनी होगी। जिसके बाद आप आवेदन फॉर्म भर के बैंक से लोन प्राप्त कर सकते हैं

How to increase wi- fi connection speed अपने वाई-फाई कनेक्शन की स्पीड बढ़ाने के तरीके जाने

आप अपने इंटरनेट का जितना बिल देते हैं और उसके बाद भी इंटरनेट स्पीड आपको नहीं मिल पाती है। एक कमजोर वायरलेस कनेक्शन बड़ी परेशानी का कारण बन जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं वह तरीकें जिससे आप अपने स्लो वाई-फाई कनेक्शन की स्पीड बढ़ा सकते हैं।

राउटर की लोकेशन चेंज करें- वायलेस नेटवर्क को बढ़ाने के लिए सबसे आसान तरीका है कि अपने राउटर की लोकेशन या पॉजिशन को बदलकर देखें। राउटर को दीवारों के बीच या किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ऊपर न रखें। इससे सिग्नल खराब हो जाते हैं। ऐसे में इंटरनेट बार-बार डिस्कनेक्ट होता रहता है। इंटरनेट मॉडम या राउटर को हमेशा 6 फीट ऊंचाई पर रखना चाहिए।
अगर घर की बाहरी दीवार पर राउटर लगाएंगे तो सिग्नल बाहर जाएंगे इसलिए ऐसा नही करना चाहिए।

वायलेस राउटर पर एक अच्छा एंटीना जोड़ें- कभी-कभी राउटर को एक जगह से दूसरी जगह करना संभव नहीं हो पाता या फिर स्पीड बढ़ाने के लिए पर्याप्त नही रहता। ऐसे में एंटिना को रिप्लेस करने से परफार्मेंस बढ़ जाता है। यदि राउटर एक घर के कोने में हैं या फिर डिवाइस की एक्सेस लोकेशन से दूर है, तब एक हाइ-गेन डायरेक्शनल वाई-फाई एंटीना सिग्नल स्ट्रेंथ बढ़ाने में सहायक हो सकता है। यदि राउटर दीवारों के बहुत ज्यादा नजदीक या रुकावटों के बीच लगाया गया है, तब एक एक्सटर्नल वाई-फाई एंटीना सिग्नल की तेज़ी को बड़ा देगा।

सेटिंग्स अपडेट करें- वाई-फाई सिग्नल बूस्ट करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि इसका सॉफ्टवेयर और डाटा अपडेट करवाते रहना चाहिए। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार डिवाइस को अपडेट कराते रहना चाहिए। इसके लिए मॉडम वेंडर या सर्विस प्रोवाइडर की मदद ले सकते हैं। वाई-फाई डिवाइस जैसे राउटर, डिजिटल वॉच, कंप्यूटर, एक्सेसरीज, मोबाइल फोन, डिजी कैम सभी में फर्मवेयर होता है जो डिवाइस को कंट्रोल करता है।

हार्डवेयर का ध्यान रखें- अपने वाई-फाई सिग्नल को बूस्ट करने के लिए रिपीटर या पुराने राउटर का उपयोग किया जा सकता है। अगर आपका घर बड़ा है और मॉडम या राउटर किसी एक फ्लोर पर है तो सिग्नल को बढ़ाने के लिए रिपीटर्स का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आपको डीलिंक या नेटगियर जैसी कंपनियों के रिपीटर मिल जाएंगे, जो मॉडम से कनेक्ट होते ही सिग्नल को अच्छी तरह से नेविगेट करेंगे।

बैकग्राउंड टास्क को बंद करें- किसी भी सामान्य यूजर के कंप्यूटर, टैबलेट या फोन में ऑनलाइन बहुत सारे ऐप्स चलते रहते हैं। ये बैकग्राउंड टास्क स्लोडाउन का एक और कारण बनते हैं। प्राइमरी ऑनलाइन टास्क की स्पीड बढ़ाने के लिए नोटिफिकेशन्स को डिसेबल करें और उपयोग नहीं होने वाली एप्लीकेशन्स को बंद कर देना चाहिए।