संसार में ऐसी कई आश्चर्यजनक चीजें है जिसके बारे में जानने-सुनने पर एकदम से भरोसा करना मुश्किल होता है। ऐसे ही रहस्य दुनिया के रेगिस्तानों में भी उपस्थित है। ये रहस्य ऐसे हैं कि वैज्ञानिक तक इसके बारे में कुछ समझ नहीं पाए। हम यहां ऐसे ही रेगिस्तानों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप भी इन वैज्ञानिकों की तरह चक्कर में पड़ जाएंगे।
दक्षिण पेरू में नाजका रेगिस्तान- दक्षिण पेरू स्थित नाजका रेगिस्तान की जमीन पर कुछ ऐसे चित्र बने हुए है, लोगों का मानना है कि यह 200 ईसा पूर्व से अभी तक ऐसे ही बने हुए है।
कोई इन चित्रों को देखता है तो उसे यह किसी पक्षी, पौधें या जानवरों के लगते हैं लेकिन इस बारे में यह अभी पता नहीं चला कि यह सच मे क्या चीज है। यह बातें भी उड़ती है कि दूसरे ग्रह से आए यूएफओ उतरे थे, जिससे यहाँ की जमीन पर इस तरह के चित्र बने।
कैलिफोर्निया में डेथ वैली- कैलिफोर्निया के पास डेथ वैली रेगिस्तान पत्थरों के लिए जाना जाता है जो कि आश्चर्यजनक हैं। इन पत्थरों के बारे में महत्वपूर्ण बात यह है कि ये पत्थर खुद अपनी जगह से घिसटते हुए आगे बढ़ते रहते है। कहा जाता है कि यह पत्थर जानवरों के द्वारा अपनी जगह से आगे घिसटते है लेकिन इन बातों की पुष्टि नही हो पाई है। यह भी कहा जाता है कि अगर यह काम किसी जानवर का होता है तो जानवर के पैरों के निशान भी वहां होने चाहिए लेकिन वहां ऐसे कोई निशान नहीं पाए गए हैं और यह भी रहस्य ही बना हुआ है।
मोरक्को के रेगिस्तान का- मोरक्को के रेगिस्तान में ऐसी कई जगह हैं, जहां पर अधिकतर समय संगीत सुनाई देता है। यहां ड्रम, गिटार, वायलिन या अन्य वाद्ययंत्रों से निकलने वाली धुनें सुनाई देती हैं, परंतु ये ऐसे रेगिस्तानी इलाके हैं, जहां रहना ही बहुत मुश्किल है तो यहां संगीत सुनाई देना किसी आश्चर्य से कम नहीं। यहां से जाने वाले लोगों का मानना है कि शायद यहां भूत-प्रेत रहते हैं, जो पथिकों को डराते हैं। ऐसा न जाने कितने दशकों से चला आ रहा है। मगर कभी भी कोई इसका सही कारण नहीं ढूंढ पाया। इससे पहले 13वीं शताब्दी में जब यात्री मार्को पोलो पहली बार चीन पहुंचे थे तो वहां के रेगिस्तानी इलाकों में ऐसे ही संगीत की धुनें उन्हें भी सुनाई दी थीं। तब उन्होंने संदेह व्यक्त किया था कि ये शायद आत्माएं हैं, जो रेगिस्तान में भटकती हैं। मगर ऐसा कैसे हो सकता है कि दो बिल्कुल अलग-अलग जगहों पर एक सी ही घटनाएं हों और वह भी इतने समय के अंतराल में।
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