पानी पीने को लेकर लोगों के मन मे कई प्रकार के सवाल उठते रहते हैं। पानी कैसे पीना चाहिए, कब पीना चाहिए और किस समय पीना चाहिए। कुछ लोग खाना खाने से पहले पानी का पी लेते हैं तो कुछ लोग खाना खाने के बीच-बीच में पी लेते हैं या खाना खाने के बाद कई घूंट पानी पीकर अपना पेट भर लेते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के तुरंत बाद पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। भोजन के तुरंत बाद पानी का सेवन करना विष के समान है, इससे पाचन शक्ति खराब होती है और आपको कई तरह के रोग भी हो सकते हैं।
खाते समय पानी पीने से आमाशय में एसिड शांत हो जाता है, यह एसिड भोजन को विभिन्न घटको में तोड़ देता है और यही छोटे-छोटे घटक को हमारा शरीर ग्रहण करता है। खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीने से यह एसिड पतला हो जाता है जिससे भोजन ठीक से नही पचता है, जिससे भोजन पचता नहीं बल्कि सड़ता है। पेट में भोजन सड़ने से गैस के अलावा और कई रोग उत्पन होने लगते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के एक से डेढ़ घंटे बाद पानी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा खाना खाने के चालीस मिनट से एक घंटा पहले तक पानी का सेवन कर लेना चाहिए।
खाना खाते समय या खाना खाने के बाद पानी पीते हैं तो गैस्ट्रिक अम्ल को कम करके पाचन को गंभीर रूप से प्रभावित करता है और इंसुलिन के स्तर में उछाल का कारण बनता है। आप जो भी खाते हैं, उसे पचाने में लगभग दो घंटे लगता है। इसलिए खाना खाने के बाद पानी का सेवन नही करना चाहिए। भोजन के ठीक बाद पानी पीने से गैस्ट्रिक रस पतला हो जाता है। हमारा पेट पानी को अवशोषित करने में सक्षम तो होता है लेकिन भोजन के बाद पानी का अधिक सेवन करने से पाचन के लिए जरूरी एंजाइम पतला हो जाता है। रात के समय किसी तरल पदार्थ के नुकसान से बचने के लिए सोने के एक घंटा पहले एक गिलास पानी पीना चाहिए। अपने ब्लड प्रेसर को कम करने में मदद करने के लिए नहाने से पहले एक गिलास पानी पीना चाहिए। अपने अन्दर के अंगों को सक्रिय करने में मदद करने के लिए सुबह उठने के बाद खाली पेट एक गिलास पानी पीना चाहिए। पानी दिन के पहले भोजन से पहले किसी भी विषाक्त पदार्थ को हमारे शरीर से हटाने में सहायक होता है।
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