अपने स्मार्टफोन की मदद से छुपा हुआ कैमरा खोज सकते हैं , हिडन कैमरा को कैसे पता करें, hiw to find hidden camera

इलेक्ट्रो मैग्नेटिक क्षेत्र को सुनने के लिए अपने सेल फोन का उपयोग करें। अपने सेलफोन पर कॉल करें, फिर डिवाइस की तरफ झुकाएं, जहां आपको लगता है कि कोई कैमरा या माइक्रोफ़ोन हो सकता है। यदि आप कॉल पर एक क्लिक की आवाज सुनते हैं, तो इसका मतलब है कि आपका फोन एक इलेक्ट्रो मैग्नेटिक क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रहा है।

टू वे मिरर- अपने होटल रूम और चेंजिंग रूम में टू वे मिरर को चेक कर लेना चाहिए। प्रत्येक दर्पण भले ही दीवार के साथ लगा हो या एक फ्रेम में रखा हो इसके पीछे कुछ भी नहीं होना चाहिए, इसे खोजने के लिए सभी क्षेत्रों में इसे टैप करें, अगर यह आपको खोखले ध्वनि देता है, तो इसके पीछे कुछ हो सकता है। इसका दूसरा तरीका फिंगर नेल टेस्ट है, अपनी उंगली के नाखून को दर्पण पर 90 के एंगल से टच करे। यदि उंगली का नाखून और उसका प्रतिविम्ब के बीच गैप न हो तो यह टू वे मिरर हो सकता है, जबकि सामान्य दर्पण में कुछ mm का गेप होता है।
    निगरानी के उपयोग करने वाले कैमरे नाईट विज़न वाले भी होते हैं, जिससे रात में भी निगरानी हो सके। वह इंफ्रारेड एलईडी का उपयोग इंफ़्रारेड लाइट को उत्पन्न करने के लिए किया जाता है, और यह इंफ़्रा रेड कैमरे को ही दिखाई देती है। कमरे की सारी लाइट बुझा दे इसके बाद स्मार्टफोन के कैमरे से रूम का निरीक्षण करें, यदि हमे लाल और बैंगनी रंग की लाइट दिखाई दे तो यह नाईट विज़न कैमरा हो सकता है।

स्मार्टफोन की फ़्लैश लाइट भी कैमरा को ढूंढने में मदद कर सकती है। फ्लैशलाइट एप्प डाउनलोड करे और फ़्लैश लाइट को लगातार ऑन और ऑफ वाली मोड पर लगा कर सारे रूम का निरीक्षण करें। यदि कैमरा होगा तो उसमें लाल डॉट लाइट कैमरे से रिफ्लेक्ट होकर आएगी। कुछ माइक्रोफोन में पावर इंडिकेटर लाइट का फंक्शन होता है और लगाने वाला केयरलेस हो तो वह इस फीचर को बंद करना भी भूल सकता है, ऐसे में कुछ छोटे गति संवेदनशील कैमरे अश्राव्य क्लिक या बज्ज की आवाज निकलते हैं।

कमरे की सारी लाइट बंद कर लें फिर लाल या हरे रंग के एलईडी से चारो तरफ उजाला करके देखें, लाइट बंद करने के बाद टॉर्च की रोशनी से सभी दर्पण का निरीक्षण करें, इससे दर्पण एक तरफ से पारदर्शी हो जाएगा जिससे कैमरा दिख सकता है। अंधेरे में पिनहोल कैमरा को देखें, खाली टॉयलेट पेपर को मोड़ लें और आंख से लगा ले और एक आंख को बंद कर ले जैसे दूरबीन हो फिर फ्लैशलाइट जलाएं, देखे की कहीं कोई चमक वापस हमारी आंखों में तो नही आ रही हैं।

इसके अलावा कुछ गैजेट भी हमें कैमरे को ढूढ़ने में काम आ सकते हैं। RF (रेडियो फ्रीक्वेंसी) सिग्नल डिटेक्टर और बग डिटेक्टर खरीद कर ले आये और हमारे घर और रूम में लगा लें। RF उपकरण छोटे, सस्ते और उपयोग के लिए आसान होते हैं, जबकि बग्स त्वरित फ्रीक्वेंसी जो फैले हुए क्षेत्र की फ्रीक्वेंसी में होती हैं, उन्हें पकड़ने में काम आ सकता है, जिन्हें RF नही पकड़ पाता, जिसके लिए थोड़े अनुभव की जरूरत होती है।

हमे अपने कमरे में भी फिजिकल तरीके से भी कैमरे को ढूंढने की कोशिश करें। अपने कमरे का अच्छे से निरीक्षण करें। ऐसी कोई चीज जो अपनी जगह से हटकर दिखाई दे जैसे कि फूलों का गुलदस्ता, दीवार पर लगी पेंटिंग, लेम्पशेड जो समान्य दिखाई न दे, स्मोक डिटेक्टर, स्पीकर ऐसी ही चीजे जिन्हें आपने नही रखा हो या अपनी जगह से अलग दिखाई दे रही हो उनमें कैमरा हो सकता है। इसके अलावा फूलों के गमले के अंदर, लाइट डिज़ाइन ऐसी चीजें हैं जिनमे माइक्रोफोन लगाया जा सकता है। सोफे के कुशन, अलमारियों के ऊपर नीचे छोटे कैमरों को छुपाने के लिये काम में लाये जा सकते हैं।

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