मोटापा का कारण सिर्फ खान-पान ही नही है और भी कारण हो सकते हैं जानिये विस्तार से , cause of obesity is not only food but it can also by genetically

मोटापा अधिक खान-पान जो ज्यादा एनर्जी देता है तथा कम शारिरिक व्यायाम या फिर शरीर की ऊर्जा के कम उपयोग से होता है परंतु यह केवल अकेला मोटापे का कारण नही हो सकता है। कुछ लोग मोटापे को अपनी विरासत से भी प्राप्त करते हैं। रिसर्चर ने मोटापे के लिए उत्तरदायी जीन में म्यूटेशन का पता लगा लिया है। शोधकर्ताओं ने कहा है कि मोटापे के आनुवांशिक कारणों और उनमें नए अनुसंधान से उनके इलाज के नए तरीके खोजने में यह बहुत काम आ सकता है। लंदन में किये गए शोध में पाया गया कि पाकिस्तान में बच्चों में होने वाले मोटापे में लगभग 30 प्रतिसत जनेटिक कारणों से होते हैं। शोध में यह भी पाया गया है कि इस तरह के केस रिसेसिव म्युटेशन के कारण होते हैं, जो कि विरासत में आने की अधिक संभावना पाकिस्तान की तरह के क्षेत्र जहाँ पर अंतर-पारिवारिक रिश्ते ज्यादा होते हैं, पायी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि माता-पिता, जो निकटता से संबंधित हैं, एक ही म्युटेशन ले जाने की अधिक संभावना रखते हैं, इसलिए बच्चे में दोनों तरफ से एक ही जीन प्राप्त करने के कारण मोटापे का जीन प्रभावी हो सकता है।
     रिसेसिव और डोमिनेंट क्या होता है। डोमिनेंट का मतलब अधिक प्रभावी और रिसेसिव का मतलब कम प्रभावी होता है। दो प्रकार के एलील एक जो माता तथा एक पिता से प्राप्त किये जाते हैं। ये दो एलील ही लक्षण जैसे कि रंग, लंबाई ,सिर पर कम बाल या अधिक बाल आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं। एक ही एलील के होने पर भी लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे हम उसे डोमिनेंट कहते हैं जबकि रिसेसिव में दोनों एलील का एक साथ पाया जाना जरूरी होता है। अगर कोई बीमारी या कोई अन्य लक्षण डोमिनेंट होगा तो एक एलील के होने पर ही उजागर हो जाता है तथा रिसेसिव होने पर वह एक एलील में होने पर उजागर तो नही होता परंतु वह इस लक्षण का वाहक कहलाता है जो आने वाली पीढ़ी में एक एलील के और मिल जाने पर उजागर होता है। जीन सीधे तौर पर प्रोटीन के उत्पादन को प्रभावित करता है और आप तो जानते ही हैं कि प्रोटीन हमारे लगभग सारे लक्षण और बीमारी को प्रभावित करता है। यदि हमारी जानकारी आपको पसंद आती है तो हमे लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करें।

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